ख़ुशी कहा हम तो “गम” चाहते है, ख़ुशी उन्हे दे दो जिन्हें “हम” चाहते हे. –
तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…
ये दरिया-ए-अफसाना कभी ख़त्म ही नही होता ना तुम आते ना ये यादों का कारवां ही ख़त्म होता….
अच्छा लगता हैं तेरा नाम मेरे नाम के साथ, जैसे कोई खूबसूरत सुबह जुड़ी हो, किसी हसीन शाम के साथ Continue Reading..
Woh meri soch k parday mein chupa betha hai,,, main kisi aur ko sochon bhi to sochon kaise….?
मैं रोज अपने खून का दिया जलाऊँगा, ऐ इश्क तू एक बार अपनी मजार तो बता
Bewafaa Waqat Thaa Tum They Yaa Muqadar Mera? Baat Itni Hi Hai Ke Anjaam Judai Nikla…!!!
~ Bary Sukoon Se Rehtey Ho Aj Kal Mere Bina, Jaise Kisi Uljhan Se Chutkara Mil Gaya Ho ..
मेरी हर एक अदा में छुपी थी मेरी तमन्ना, तुम महसूस ना कर सके ये और बात है…
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