मेरे विचार से झूठा वादा करने से विनम्र इन्कार करना अच्छा है
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन, तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता…
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ, अगर थाली की वो एक रोटी तेरे हाथ की होती
*तलब ये है कि…. मैं सर रखूँ तेरे सीने पे* *और तमन्ना ये कि….मेरा नाम पुकारती हों धड़कनें तेरी*
अक्ल कहती है, ना जा कूचा-ए-क़ातिल की तरफ; सरफ़रोशी की हवस कहती है चल क्या होगा।
तेरी जुदाई का शिकवा करूँ भी तो किससे करूँ। यहाँ तो हर कोई अब भी मुझे तेरा समझता हैं…!!
~Wafaon Se Mukar Jana Hamein Aya Nahi Ab Tak Jo Waqif Na Hon Chahat Se Hum Un Se Zidd Nahi Continue Reading..
चेहरे पर जो अपने दोहरी नकाब रखता हैं, खुदा उसकी चलाकियों का हिसाब रखता हैं
यूँ तो मोहब्बत की सारी हकीक़त से वाकिफ है हम, पर उसे देखा तो सोचा चलो ज़िन्दगी बर्बाद कर ही Continue Reading..
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