~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
जिन आंखो को “सजदे” मे रोने की आदत हो* *वो आंखे कभी अपने “मुक्कदर” पे रोया नही करती*
Waqt atcha ho to aapki galti bhi mazak lgti hai Or waqt khrab ho to mazak bhi galti ban jati Continue Reading..
नींद छीन रखी है उसकी यादों ने, गिला उसकी दूरी से करें या अपनी चाहत से !!
~Khyaal’E-Yaar Meiin Mujko Yoon’Hii Madhosh Rehne Do, Na Pucho Raat Ka Qiisa Mujhe Khamosh Rehne Do .. ‘
तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…
अगर में कहुँ उदास हु तुम बिन तो तुम लौट आओगी ना
दाग़ तो रूह पर भी आ जाता है, जब दिलों में दिमाग़ आ जाता है
Ek sukun or ek tum Pta nhi Kahn gum ho jate ho
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