Sahil Saxena 1 Comment उसे लगता है की उसकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती मै बड़ी खामोशी से देखता हु उसको अपनी नजर से गिरते हुए Copy
Kisi ne kaha Kya karte ho humne kaha apni zindagi apne hisab se jite h