कहा था सबने, डूबेगी यह कश्ती
मगर हम जानकर बैठे उसी मेंll
Log kehte hai ki mohabbat ek bar hoti hain, Lekin me jb jb use dekhu mujhe hr bar hoti h
दुनिया में लोग कभी आईना ना देखते अगर , आईने में चित्र नही “चरित्र” दीखता तो……
तु मिले या न मिले ये मेरे मुकद्दर की बात है.. ”सुकुन” बहुत मिलता है तुझे अपना सोचकर
अब सज़ा दे ही चुके हो तो मेरा हाल ना पूछना, अगर मैं बेगुनाह निकला तो तुम्हे अफ़सोस बहुत होगा…
एक ही समानता है पतंग औऱ जिन्दगी मॆं.. ऊँचाई में हो तब तक ही वाह-वाह होती हैं!!
कुछ नहीं है आज मेरे शब्दों के गुलदस्ते में, कभी कभी मेरी खामोशियाँ भी पढ लिया करो…!
गरीबों की बस्ती में ज़रा जा कर देखो… बच्चे भूखे तो मिलेंगे पर उदास नही…!!
कमाल करते है हमसे जलन रखने वाले, महफिले खुदकी सजाते है और चर्चे हमारे करते है
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