साथ चलता है मेरे दुआओ का काफिला . किसमत से कह दो अकेला नही हुँ मै
Meherbani na sahi ek zakhm hi de de, Mehsus to ho koi mujhe bhula nai ab tak
किसी ने धूल क्या झोंकी आखों में, पहले से बेहतर दिखने लगा है.
कमाल करते है हमसे जलन रखने वाले, महफिले खुदकी सजाते है और चर्चे हमारे करते है
चुनौतियो को स्वीकार करो क्योकि इससे या तो सफलता मिलेगी या सीख
Jab bhi gairon ki inayat dekhi,😆 Humko apno ke sitam yaad aa gaye..!!
गलती उनकी नहीं कसूरवार मेरी गरीबी थी दोस्तों, हम अपनी औकात भूलकर बड़े लोगों से दिल लगा बैठे.
आज उसने भी कह दिया 💔 मरते हो मुझ पर तो💌 अब तक जिंदा क्यो हो
वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है; इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी Continue Reading..
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