~ Zindgi Chain Se Guzar Jaye Tu Agr Jehn Se Nikl Jaye .. ^
तोड़ दिये मैंने घर के सारे ही आईने, क्यूंकि इश्क में हारे हुए लोग मुझे बिल्कुल पसंद नहीं ।।
मुझे अपने दर्द की परवाह नही भगवान करे तू हमेसा खुश रहे
खुद को बिखरने मत देना कभी किसी हाल मे, लोग गिरे हुए मकान की ईटेँ तक ले जाते है
~Badla Jo Rang Usne Hairat Huyi Mujhe .. Mausam Ko Bhii Maat De Gayi Fitrat Janaab Ki .. ^
~ Meri Zindagii Ke Taliban Ho Tum Be’Maqsad Tabahi Macha Rakhii Haii ..’
शतरंज का खेल हम खेलते नही क्योकि दुशमनो को हम अपने सामने बैठाते नही और दोरतो के साथ हमे चाल Continue Reading..
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में, जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
में किसी ओर का नहीं हु फिलहाल .. कोई तो मेरी हो जाओ
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