Fakar ye h ki tum mere ho!! Fikar ye hai pta nhi kab tak!!
जो भी आता हे समजा के चला जाता हे………. पर कोई समझने वाला नही मिलता
पैगामे मोहब्बत हमने भेज दिया लिफाफे में ❤ मर्ज़ी उसकी लिफाफा खोले या यूं ही रख दे
हम पर जो गुजरी है, तुम क्या सुन पाओगे, नाजुक सा दिल रखते हो, रोने लग जाओगे !
रोना ही है ज़िन्दगी तो हँसाया क्यो.. जाना था दूर तो नज़दीक़ आया ही कयो
~Chalo Mana Ke Tumhaari Aadat Hai Tarpaana, Zara Socho Hum Marr Gy To Kya Karo Gy..?’
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख मुझसे भी बुरे है लोग तू घर से निकलकर तो देख
इक बात बेखौफ मुझसे कहता है आईना , कभी आदमी अच्छे हुआ करते थे तुम भी …..
तेरा नाम था आज किसी अजनबी की जुबान पे… बात तो जरा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया…
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