जब TRUST टूट जाता है ना तो…!!! SORRY का भी कोई मतलब नहीं रहता हैं
तुम रख ना सकोगे मेरा तोहफा सभालकर वरना मै तुमको अभी दे दु अपने जिस्म से रूह निकाल कर
यूँ बार बार निहारती हो आईना, ख़ूबसूरती पे गुमान है.. या शक।
बताओ ज़रा कौन सी बहार ले आया है जनवरी . . सब कहते थे बड़ा वीरान है दिसंबर..!!
ऐ चाँद तू किस मजहब का है . ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
ताल्लुक अगर हो तो रूह से रूह का होना चाहिए दिल तो अक्सर एक – दुसरे से भर जाया करते Continue Reading..
हजारो बार ली हैं तलाशियाँ तुमने मेरे दिल
जिंदगी जला दी हमने जब जैसी जलानी थी, अब धुऐ पर तमाशा कैसा और राख पर बहस कैसी.
Kaaaash…! Kay Tu Mera Hota, Yaaaaa…! Ya Tamanna Teri Hoti..!
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