छोड़ना आसान होता है लेकिन भूलना नही
~Hasrat’E-Deedar Bhii Kya Cheez Hyy, Wo Samne Aye To Musalsal Dekha Bhi Nahi Jata .. ‘
~Suno Tum Badl Gy Ho Kya Ya Tum Theyy Hi Aiise .. ‘
सोचता हूँ बेच डालूं …. मेरे सब उसूल अब पुराने हो गए हैं !!
~Hum To Agaaz’E-Mohabbat Mein Hi Lutt Gy, Log Toh Kehte The Ke Anjaam Bura Hota Haii .. ‘
एक तो सुकुन और एक तुम, कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही.
पसंन्द आया तो दिल में , नही तो दिमाग में भी नही ।
आँखों के अंदाज़ बदल जाते हैं जब कभी हम उनके सामने जाते हैं
शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आपकी कमी सी है,
I m hapy
Achhe khwab pure nhi hote
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