सुनो तुम मेरी जिद नहीं जो पूरी हो… तुम मेरी धड़कन हो जो जरुरी हो.
हर रोज़ दरवाज़े के नीचे से सरक जाती है सारे जहान की खबरें….. एक तेरा ही हाल जानना इतना मुश्किल Continue Reading..
उसको भूल जाने की कसम तो खाता हूँ मैं, फिर टपक पड़ते है आँसूं और कसम टूट जाती है !!
मुझे मालूम था के लौट के अकेले ही आना है, फिर भी तेरे साथ चार कदम चलना अच्छा लगा..
मैं हँसता हूँ तो बस अपने ग़म छिपाने के लिए.. और लोग देख के कहते है काश हम भी इसके Continue Reading..
रोना ही है ज़िन्दगी तो हँसाया क्यो.. जाना था दूर तो नज़दीक़ आया ही कयो
चलो बिखरने देते है जिंदगी को अब, सँभालने की भी तो एक हद होती है…!
वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है; इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी Continue Reading..
बिछड़े थे किस गुरूर से वो भी तो याद कर, आए जो अब आँख में आँसू,फिज़ूल हैं…!!
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