Kaur Preet Leave a comment तेरे दिए हुए तौफै रोज़ सीने से लगा के सोती हूँ, ये तेरी कमी तो पूरी नहि कर सकेंगे पर इस से मेरी रूह को आराम ज़रूर मिलता हैं Copy