Sahil Saxena Leave a comment क्या सुनाऊँ अपने सब्र की कहानी; . . . . . . . . . . . . . . समुद्र का रखवाला था और सारी उम्र प्यासा रहा। गंगा राम (गर्ल्स हॉस्टल का चौकीदार) 😀 Copy