मोहब्बत सिर्फ मोहब्बत चाहती है, किसीकी महेरबानी नहीं !!
ख्वाब मत बना मुझे सच नहीं होते, साया बना लो मुझे साथ नहीं छोडेंगे..!!
शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आपकी कमी सी है,
~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
आँखों के अंदाज़ बदल जाते हैं जब कभी हम उनके सामने जाते हैं
~Kheench Letii Haii Mujhe Unkii Mohabbat Har Bar, Warna Bohat Baar Mile The Unse Akhir Bar .. ‘
पुराने आशिक वफा तलाश करते थै, आज के आशिक जगह तलाश करते है..
-Koii Toh Aiisa Ho Jo Siirf Mera Ho .. ‘
मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
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