ज़ुल्फ़ें न बाँध … पगली हवाएँ नाराज़ हो जाएँगी.
तुम वादा करो आखरी दीदार करने आओगे… हम मौत को भी इंतजार करवाएँगे तेरी ख़ातिर.!!
उसने मेरा हाथ थामा… और पुछा…..”मोहब्बत या ज़रूरत” ?? मैंने उसकी उँगलियों में अपनी उँगलियाँ फसाई और बोला…. “आदत”
धड़कनो मे बस्ते है कुछ लोग जबान पे नाम लाना जरूरी नही होता
क्या करोगे ये जानकर कि कितना प्यार करते हैं तुमसे.. . बस इतना जान लो, कि वो नम्बर तुम्हारा ही Continue Reading..
हम समझदार भी इतने है की उनका झूठ पकड़ लेते है, पर उनके दीवाने भी इतने है की फिर भी Continue Reading..
तुझे जब धड़कनों में बसाया तो … धड़कने भी बोल उठी.. अब मज़ा आ रहा हैं धक-धक करने में
teri dosti main ek nasha hai, tabhi to duniya humshe khafa hai, na karo humse itna dosti, ki dil puchhe Continue Reading..
जब से ये नया साल आया, जुबा पे तेरा नाम लाया, छुपते – छुपते मिलना हैं होता, मुहब्बत में कैसा Continue Reading..
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