रूठेंगे तुमसे तो इस कदर की, तुम्हारी आँखे मेरी एक झलक को तरसेंगी
तुम माचिस की तीलियों से खेलते रहे…. बिना ये जाने, की दिल मेरा कागज़ का था….
-Batao Zara Kon Sii Bahar Laya Hai January, Tum To Kehte The Bohat Veraan Hai December .. ‘
मेरे सबर की इन्तहा क्या पूछते हो ऐ दोस्त वो मुझसे लिपट कर रोये भी तो किसी और के लिए….
~Maloom Hota Haii Bhool Gey Ho Shayad, Yaah Phiir Kmaal Ka Sabar Rakhtey Ho .. ‘
“मजबूरियों के नाम पर दामन चुरा गये, वो लोग जिन की मोहब्बतों में दावे हजार थे ।”
~Wajah Pucho Gey To Umar Beet Jayegii .. Kaha Na Zehar Lagtey Ho To Bas Lagtey Ho .. ^
उसे लगता है की उसकी चालाकियाँ मुझे समझ नही आती मै बड़ी खामोशी से देखता हु उसको अपनी नजर से Continue Reading..
सूखे होठों से ही होती हैं मीठी बातें, प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते है..!!
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