Sirf najdikiyo se mohabbat hua nahi karti,
Fasle jo dilon me ho to fir chahat hua nhi karti,
Agar naraz ho khafa ho to shikayat karo hamse,
Khamosh rahne se dilo ki duriya mita nhi karti.
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वैसे मैं तो ठीक हूँ उसके बिछड़ जाने से… पर बस दिल का ही भरोसा नीं, साला कहीं धड़कना ही Continue Reading..
Asaani se dil lagaaye jaate hain, Magar mushkil se waade nibhaaye jaate hai, Mohabbat le aati hain un raahon pe, Continue Reading..
इस तरह से लूटा है हमें इश्क-ए तमन्ना नें, कि ज़िन्दगी भी छीन ली और जान से भी नही मारा
“मंजिल” भी उसकी थी.. “रास्ता” भी उसका था.. एक मैं “अकेला” थी बाकी “काफिला” भी उसका था.. .. 😐😐 साथ-साथ Continue Reading..
टूटता hua तारा “Sabki” ख्वाहिश “पुरी” karta hai… क्योंकी “Usse” टूटने वालो ka दर्द”मालूम” rehta hai
लिखी खुद ने मुहब्बत सब की तक़दीर में .. जब हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गयी
एहसान किसी का वो रखते नही मेरा भी लोटा दिया . जितना खाया था नमक मेरे जख्मोँ पर लगा दिया
दूर होकर भी नजदीकियां कायम रही.. हमारा इश्क़, दूसरों से अलग था..