गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से, नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से ।
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं..
किसी को भूलने की कोशिश ना करना कभी, ये दवा जख्मो को और भी हरा कर देती है…!!
Kya Aisa Nahi Ho Sakta Hum Pyaar Maange.. Aur Tum Gale Laga Ke Kaho…..Aur Kuch ??? ..
एक Time था जब रात भर बात करते थे…!!! 😞😞 आज एक दूसरे को Online देख कर भी चुप_चाप बैठे Continue Reading..
पुछा उसने -मुझे, कितना प्यार करते है? मै चुप रहा यारो क्योकि, मुझे तारो की गिनती नही आती..
जब जरुरत के समय काम आने वाला पैसा बदल सकता है …. तो तू क्या चीज है…
जुबां तीखी हो तो खंजर से गहरा जख्म देती है, और मीठी हो तो वैसे ही कत्ल कर देती है.
कितना अच्छा होता…तुम जो मतलबी होते… और तुम्हें सिर्फ….मुझसे ही मतलब होता…
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