Kisi insan k sath aisa salok na karo jaisa tum apny sath nahi chahty
हाथ मे बस एक ‘बासुँरी’ कि कमी है वरना, गोपिया हमने भी कई ‘फसाई’ है..!!
अपनी यादों से कहो एक दिन की छुट्टी दे मुझे इश्क के हिस्से में भी एक इतवार होना चाहिए ।।
दश्त था, सेहरा था, तन्हाई थी, वीरानी थी, अपने ही अपने नही थे…बस यही हैरानी थी.
doob si gai hai gunaho mai meri zindagi eY RAB……. karde rehmat mujh par bhi kahen gunahgaar hi na mar Continue Reading..
दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही!!
दूर उन्हें जाना था ये …. एहसास तो था लेकिन……!!* *बिछड़ना इस कदर होगा …..ये ख्याल ना आया …..
Dard dilon ke kam ho jaate… Main aur Tum agar hum ho jaate
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये
wah
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wah