काल तूफान ढंग तै ना आया ,

मखा भागवान चाल तन्नैं इस्से खुशी मैं बाहर बढ़िया डिनर करवा कै ल्याऊं … डेड़ घंटा लाकै तयार होई बचारी अर आठ बजरे थे …

बोली चलो जी मैं तयार हूं हंजी … 😗

मैं बोल्या यार कुछ मूढ़ ना हो रया बाहर जाण का घर मैं बणा ले नैं किम्मै …

तूफान आना चइए मतबल आना चइए … आ ग्या

बैड तलै बड़ रया हूं तूफान तै बचण तंइ


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