करनी सेना वालों से एक करबद्ध निवेदन …

भाई जो भी करो थारी मर्जी है … पर एक काम जरुर करिओ इसी बहाने औढ़ै जो मक्की के फुल्ले अर बरफ आली चाय बेच्चैं है न उनके गट्टे जरुर तोड़िओ मेरे भाई …

सुसरा दस रपइयां का सौदा नी … द्यो जी एक सौ बीस रपइए , ब्लैकमेलर हैं यार … आत्मा तक चिंघाड़ मारै है रेट सुणकै .


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